Followers

Friday, August 23, 2013

प्रसंग १.

शालिनी :  विवेक ये देखो ये गेम मैंने जीत लिया।

विवेक : क्या ? ऐसे कैसे हो सकता है ! मैंने कितना खेल पर एक बार भी नहीं जीत पाया और तुम पहली बार में ही जीत गयी।  ऐसा हो ही नहीं सकता जरुर चीटिंग की होगी।

शालिनी : नहीं विवेक सचमुच बिना किसी चीटिंग के मैंने ये खेला और जीती।


(२-३ घंटे बाद रात करीब १ बजे. )

उठो शालिनी उठो.…

शालिनी : क्या हुआ विवेक तुम ठीक तो हो ?

विवेक : ये देखो मैंने तुमसे भी कम समय में खेला और जीत लिया।  ऐसा कोई फील्ड नहीं जहाँ तुम मुझसे आगे निकल सको…

शालिनी : गुड नाईट  विवेक।।


1 comment:

Related Posts with Thumbnails