आज दिल उदास है,आज मन बेचैन है
तुम्हारे दीदार को तरसे ये नैन हैं
इक पल की जुदाई भी अब सही न जाए
आँखे बंद की तो ख्वाब बन कर तुम आए
खुली आँखों में भी चेहरा बस तुम्हारा है
इस कदर तुमसे दूर रहना हमे न अब गंवारा है
कसम है तुम्हे प्यार की इक बार दरस दिखा दो
मझदार में जो कश्ती है उससे साहिल पर लगा दो
इंतज़ार में तुम्हारे गुजरें दिन रैन है
आज दिल उदास है,आज मन बेचैन है.....
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Wednesday, August 26, 2009
Wednesday, August 12, 2009
तुम्हारी ही इबादत
दिल के आशियाने को,तुम्हारी यादो से सजाया करते हैं
तुमसे दूर रहने के गम को,कुछ इस तरह भुलाया करते हैं
कितने हसीं थे वो पल जब हम साथ थे
अब उन लम्हों को याद कर,कभी-कभी मुस्कुराया करते हैं
क्या हुआ गर खुदा को,हमारा साथ रहना मंजूर नही
अभी बी जीते हैं एक दूजे के लिए,ये बी तो कुछ कम नही
लाख कोशिश की उसने राहे जुदा करने की
पर दिल से मिटा पाये प्यार,ऐसा कभी मुमकिन नही
जहाँ भी रहेंगे सनम,बस तुम्हे ही याद करेंगे
तुमको मान कर खुदा,बस तुम्हारी ही इबादत करेंगे
मेरे प्यार पर है बस तुम्हारा ही हक
जब तक ये साँसे चलेंगी,बस तुम्हारे ही होकर रहेंगे
तुमसे दूर रहने के गम को,कुछ इस तरह भुलाया करते हैं
कितने हसीं थे वो पल जब हम साथ थे
अब उन लम्हों को याद कर,कभी-कभी मुस्कुराया करते हैं
क्या हुआ गर खुदा को,हमारा साथ रहना मंजूर नही
अभी बी जीते हैं एक दूजे के लिए,ये बी तो कुछ कम नही
लाख कोशिश की उसने राहे जुदा करने की
पर दिल से मिटा पाये प्यार,ऐसा कभी मुमकिन नही
जहाँ भी रहेंगे सनम,बस तुम्हे ही याद करेंगे
तुमको मान कर खुदा,बस तुम्हारी ही इबादत करेंगे
मेरे प्यार पर है बस तुम्हारा ही हक
जब तक ये साँसे चलेंगी,बस तुम्हारे ही होकर रहेंगे
Thursday, August 6, 2009
आज

क्यों जिन्दगी आज इतनी उदास सी है
खुशियों की बढ़ रही प्यास सी है ॥
इतने चले फिर भी मंजिल का कहीं नामो निशाँ नही ...
अब और कितना चले ? थकान का अहसास भी है ।
अक्सर लोग पूछते है तुमने किया क्या है ?
हमे आज भी ये पता न चला हमे करना क्या है ?
इन अनसुलझे सवालों से हम निराश भी है ॥
हार कर बैठना मेरी फितरत में न था कभी ...
और अब फिर से नई जीत की तलाश भी है ॥
ये मेरा आज है मैंने बनाया है इसे
अपने कल को सवांरना भी मेरे हाथ ही है ॥
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