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Thursday, March 11, 2010

मेरे देश की फिजा


मेरे देश की फिजा बदली बदली सी है आज कल

लगता है ये भी पश्चिम से हो कर के आई है

हमारे साधू महात्मा , इंसान भी नहीं रहे ,

भगवान दिखने वाली आँखों में … वासना छाई है !!

हम कितने भोले है किसी को भी भगवान बना देते है ,

आडम्बर और पाखंड की ये हमने कोनसी दुनिया बसाई है ?

लगता है हवा पश्चिम से हो कर के आई है !!

महिलाओ को आरक्षण दिलाने की होड़ में सारे पुरुष लग गए ॥

अकेली महिला फिर भी पुरुषो की हवस से कहा बच पायी है !!

सर पे पल्लू ढकने वाली भारतीय महिला के तन ढकने को पूरे कपडे नहीं है ,

शर्म हया आँखों से गायब है .. ये संस्कृति हमने कहा से अपनाई है ?

लगता है हवा भी पश्चिम से हो कर के आई है !!

दूध की नदियाँ बहाने वाले भारतवासियों के तन में अब नकली है खून भी .

पिज्जा बर्गर खाने वाले मस्त है ..दो वक़्त रोटी खाने वालो के लिए कमर तोड़ महंगाई है

सोने की चिड़िया तो उड़ गयी कब से ही.... इस आधुनिकता ने तो भारत माँ की रातो की नींद भी उड़ाई है ॥

मेरे देश की फिजा बदली बदली सी है आज कल

लगता है ये भी पश्चिम से हो कर के आई है॥

14 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

jandar,shandar,damdar.narayan narayan

Mithilesh dubey said...

लाजवाब और गजब की लौ दिखी आपकी इस रचना में , बहुत बढ़िया ।

Anonymous said...

सच्ची और अच्छी सोच - बहुत सुंदर रचना

संजय भास्‍कर said...

हर शब्‍द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्‍तुति ।

EKTA said...

bahut hi sunder rachna..
log hi pagal hain jo aise dhongi baba par wishwas kar lete hai
wishwas karna bura nahi par sath me apni aankhe khuli rakhni chaiye ki kis par wishwas kar rahe hain....

Roshani said...

bahut hi badiya vijay ji...

Dev said...

भारत की माजूदा स्थिति को व्यक्त करती .......ये रचना बहुत बढ़िया लिखा आपने

हरकीरत ' हीर' said...

मेरे देश की फिजा बदली बदली सी है आज कल

लगता है ये भी पश्चिम से हो कर के आई है॥

बहुत खूब.....!!

anil gupta said...

aap ne janta ki aawaj ko bahut ki khubsorti vaykat kiya hai...

kunwarji's said...

bahoot khoob

अनिल कान्त said...

bahut achchha likha hai

CS Devendra K Sharma "Man without Brain" said...

desh ke liye dard achchhe se jhalak raha hai!!!!!!!!!!!

Gaurav Baranwal said...

Aapne akdam sahi likha hai.is rachna ak ak sabd 101% sahi hai.

s.dawange said...

very nice

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